9 सितम्बर 2025 को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव का नतीजा घोषित हो गया है। इस बार का मुकाबला बेहद रोचक रहा, जहां एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन ने विपक्षी INDIA ब्लॉक के उम्मीदवार न्यायमूर्ति बी. सुधर्शन रेड्डी को हराकर जीत दर्ज की।
वोटिंग और नतीजे
इस चुनाव में कुल 767 सांसदों ने मतदान किया।
* मान्य वोट: 752
* अमान्य वोट: 15
* सी.पी. राधाकृष्णन को वोट: 452 (60.10%)
* बी. सुधर्शन रेड्डी को वोट: 300 (39.90%)
राधाकृष्णन ने 152 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। यह पिछले 20 सालों में सबसे कम अंतर वाली उपराष्ट्रपति चुनावी जीत रही।
क्यों हुआ समय से पहले चुनाव?
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जुलाई 2025 में स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद चुनाव आयोग ने 9 सितम्बर को मतदान कराने का ऐलान किया।
विजेता का राजनीतिक सफर
सी.पी. राधाकृष्णन भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और लंबे समय से RSS से जुड़े हुए हैं। वे अपने शांत स्वभाव और सरल व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं। अब वे राज्यसभा के सभापति के रूप में संसद संचालन की बड़ी जिम्मेदारी संभालेंगे।
विपक्ष का उम्मीदवार
विपक्ष की ओर से सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुधर्शन रेड्डी मैदान में थे। विपक्ष ने उन्हें मज़बूत उम्मीदवार बताया, लेकिन संख्याबल की वजह से एनडीए को बढ़त मिल गई।
लोकतंत्र की मिसाल
इस बार लगभग 98% सांसदों ने मतदान किया। यह दर्शाता है कि लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण पद के चुनाव को लेकर सभी दल कितने गंभीर रहे।
आगे की राह
अब सभी की नज़रें इस पर होंगी कि नए उपराष्ट्रपति संसद की कार्यवाही को कितनी कुशलता और निष्पक्षता से संचालित करते हैं। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि राधाकृष्णन का अनुभव और शांत स्वभाव संसद के लिए लाभकारी होगा।